वराणा जगदंबा खोडीयार माना सानिघ्यमां समुहलग्नमां सहभागी नवदंपतिओ प्रभुतामां पगला पाडी जीवनसंसारना राहमां पगला भरे छे. त्यारे मां खोडीयार तेना साक्षी बने छे. मानी अमिदष्टि अने आशीवाॅद जीवनभर रहे छे.
श्री खोडीयार चारणमंडळ समुहलग्न समिति- वराणा आयोजित 11 मो समुह लग्नोत्सव
सवंत 2037 वैशाख सुद-13. ता. 8/5/2017 ने सोमवार.
आई श्री खोडीयार घाम, मुं. वराणा, ता. समी, जि. पाटण.
माँ खोडीयारनी प्रेरणा अने अमी दष्टिथी 11 मो लग्नोत्सव सफळ रहयो छे.
समाजना आवा शुभकायॅमां तन मन अने घनथी सवेॅ ज्ञातिबंघुओऐ सहकार आपेल छे तेथी आ सफळतानो यश अने कितीॅ समग्र ज्ञातिबंघुओने शिरे जाय छे.
खोडीयार माताजी ट्रस्टना ट्रस्टीओ आ शुभ प्रसंगने सफळ बनाववा अथाग प्रयत्न करेल छे.
आई श्री खोडीयार चारण मंडळ समुहलग्न समितिना दरेक सभ्यो अने प्रमुख श्री अभेसिंह वरसडानुं सेवाकायॅ सराहनीय अने घन्यवादने पात्र हतुं.
माँ खोडीयारनी प्रेरणाथी दाताश्रीओ तरफथी हंमेशा सारो सहकार मळे छे. दाताश्रीओ समाजनो आघारस्तंभ छे.
आ वखतना समुहलग्नना जमणवारना दाताश्री महेशभाई वरसडा साहेब ने पण खूब खूब घन्यवाद.
माताजीने प्राथना करीऐ के समाजना हित कायॅमां सहभागी थवानी मां शकित आपे अने समाज संस्कार, शिक्षण अने संपत्ति ना पंथे प्रगति करे.
( शिक्षण अने संपत्ति बंने क्षेत्रमां उल्लेखनीय सारुं परिवतॅन जोवा मळे छे पण संस्कारना टयुशन कलास राखवानी जरुर वताॅई रही छे. )
मां खोडीयारनी कृपाथी चारण समाजनो समाज उपयोगी कायॅमां सौनो साथ सहकार मळ्यो छे हजी मळतो रहेशे ऐवा समाजना हितवघॅक कवि चकमकना जय माताजी.
जय माताजी.
प्रस्तुति कवि चकमक.
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