सुरेन्द्रनगर त्रि-दिवसीय चारणी साहित्य संशोधन संवादोत्सव योजाशे
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27 फ़रवरी 2018
चारण कवि माणेक थार्या जसाणी(जरपरा)
लइ लाखो मनोरथो
सुइ जाता सौ कोइ
मोत निंदरमां माणका।
मननुं धार्यु मोइ
पूरुं नव कोइनुं थतुं
सूइ जाता सौ कोइ
मूकी अधूरु माणका।
करीने सारा काम
जश कमावो जगत मां
मत करो बदनाम
माता पिता ने माणका।
रटे न मुखथी राम
हटे न हैयुं हरामथी
कटे न मननो काम
मटे न पीडा माणका।
26 फ़रवरी 2018
ARMY RECRUITMENT RALLY AT RAJKOT
BHARTI :- 26-04-2018 TO 05-05-2018
BHARTI PLACE :- saurashtra university graund, Rajkot
DISTRICTS COVERED :-
(1) AMRELI, (2) BHAVNAGAR, (3) BOTAD, (4) DEVBHUMI DWARKA, (5) DIU, (6) GIR SOMNATH, (7) JAMNAGAR, (8) JUNAGADH, (9) KUTCH, (10) MORBI, (11) PORBANDAR, (12) RAJKOT, (13) SURENDRANAGAR
ONLINE FORM APPLY START DATE :- 25-02-2018
ONLINE FORM APPLY LAST DATE :- 10-04-2018
ONLINE APPLY :- Click Here
MORE DETAILS :- Click Here
20 फ़रवरी 2018
आईश्री देवल मां प्रेरीत चारण आत्मीय संगठन महोत्सवना विडीयो अने फोटोग्राफ
(3) चारण आत्मीय संगठन महोत्सव पार्ट-2 :- Click Here
(4) कार्यक्रम नी शरुआत :- Click Here
19 फ़रवरी 2018
26 मो समूह लग्न महोत्सव कंकोत्री राजकोट
17 फ़रवरी 2018
रतुदान नी पूण्यतिथी
16 फ़रवरी 2018
||रचना: आई वरेखण वंदना || || कर्ता:मितेशदान गढवी(सिंहढाय्च) ||
*||रचना: आई वरेखण वंदना ||*
*|| छंद : पध्धरी ||*
*|| कर्ता: मितेशदान महेशदान गढवी(सिंहढ़ाय्च) ||*
वरणु विख्यात महमाइ मात,जगदंब जपु मन जयति जाप,
अखिलेश रमा अविनाश आद्य,विख्यात कीरत रव शक्ति नाद्य,(१)
भव हर भय दारण भंजणी,रम्या रवि रोकत रंजणी,
समिता सुख देणी रहो सहाय,ममता मधु मीठप तू महाय,(२)
सर सर सत गत मोळी शगत्त,अवगत आघी ठेलो अंगत,
व्याधि काटो वरेखण विशाल,कच्छ धरण बैठी मा तू क्रिपाल,(३)
प्रति टेक रेख जिय पेख प्राण,परगट प्रतिपल तोळा प्रमाण,
निरखै निवार हर दर्द नित्त,चवू चंग रखे प्रफुलित्त चित,(४)
विश्वेश्वरीय वरदायनी,असुराण हरण
अधहारानी,
जगतारणी तू जय चण्डिके,नमू वीसभुजाळीय अम्बिके,(५)
वृख वृति मन्न सुर वदत हित,सदगति प्राण जीव रहत नित,
गगनेय गूज तोराय गीत,महामाया शरणे नमु *मीत*(६)
*🙏---मितेशदान(सिंहढ़ाय्च)---🙏*
*कवि मीत*
||रचना: शिवा द्वादशी || || कर्ता: मितेशदान गढवी(सिंहढाय्च)||
*|| रचना : शिवा द्वादशी ||*
*|| छंद : मोतीदाम ||*
*|| कर्ता : मितेशदान महेशदान गढवी(सिंहढाय्च) ||*
तिहाएत नाम समोवड तान,
सदातन जोग घूमे समशान,
जटाधर झंकारते जशवान,
देवो मही देव तुहि बलवान,,(१)
(तिहाएत-त्रिजो देव,ब्रह्मा,विष्णु ने *महेश*)
शिवजीनॉ नाम नु तान समग्र विश्व मा मौखरे छे,जे देवोना देव छे,)
बिडम्बन का खंड जारत बंड,
अखंडन शेष उगारत पंड,
नमोकार ॐकार नाद प्रचंड,
निलाकंठ नाथ भुजे व्रेहमंड,(२)
वृताधप चाह कृताह किताह,
वृथाय अथाग सु पावत राह,
प्रताप किरात कु पातक जाव
सुखाय सराय मीताहक पाव,(३)
(वृताधप-शिवना हजार नामो मानु एक नाम,जेना द्वारा दरेक मनुष्यनी वृति नु पोषण थाय छे,)
(जेना नाम द्वारा सर्व वृथाय-कष्ट पर अथाग राहत मळे छे,)
(शिव नाम परतापे दरेक (पातक)दोषि नो दोष दूर थै सके एटली शक्ति समाएल छे)
(जे सुख ने सरवा तथा मीठप ने पामवा नों एक रस्तो छे)
डमंकित नाद सूरे बज डाक,
भमेनित संग भु धारण धाक,
अजा नाथ तांडव त्राटक ताक,
थिरेथट गिरी गजावत थाक,(४)
पिनाकिन वेद महा प्रखियात,
दियो कज राम धनु कर दात,
तुहि त्रीयलोक तणो कहु तात,
शिवा सुख आपत लोकेयसात,(५)
भुजंगीय डोक लपेटिये भेख,
ध्रुजट्टीय भाल विभूतिय धेख,
वरे जम्म काल पलायन वाट,
दिठे शिव दंभण दारण डाट,(६)
तरु जप्पतप्प थकी शिवताप,
सरे चहु वेद भणी समताप,
उमा सोम रूप तुजो अखियात,
विश्वम्भर नाथ जपु जिह वात,(७)
जगद्वर भूप जुवे जगदीश,
त्रिया अवनिश महा तुयईश,
पंचावत मुख बण्यो रघु प्राण,
प्रगट्टीय अंश शिवा परमाण,(८)
भण्यो नहीं वेद पुराण को भेद,
खर्यो नही मन्न को दोषंत खेद,
अट्यो हिय मंतर तू शिव एक,
रटयो मीत अंतर भाव सुरेख,(९)
(सुंदरभाव-सुरेख)
त्रिकाल पे ताल रखे त्रिपुरार,
अकाल पे काल बनी अधनार,
अणु सब धूल कणे वसु आप,
दणु जल नभ बणे धर दाप,(१०)
(दणु-पड़ाव)
(दाप-शक्ति,जोर)
घटे गल भंग रटे भक्त गीत,
नटे थिरकाव महामाह नित,
खरो वेह जस तोरो ख़टवांग,
सर्यो हर रूप प्रतिपल सांग,(११)
(सांग- वेश बदलावो ते,)
भवो भव जाप जपु भवनाथ,
हरी सुख याचु धरि दोउ हाथ,
खरो गुण वेंण धरु मीत खेव,
मने मुख नाम तुहि महादेव,
*🙏----मितेशदान(सिंहढाय्च)---🙏*
*कवि मीत*
9558336512
15 फ़रवरी 2018
चारण समाजनुं गौरव - मेडीकल ऑफिसर (वर्ग-2)मां पास
अवनवी माहिती, चारणी साहित्य , रचनाओ, ऑडियो , पुस्तक, तेमज अपना विस्तारना धार्मिक प्रसंग, समाचार मोकली सहकार आपवा विनंती
14 फ़रवरी 2018
काग कथा सुरेन्द्रनगर
12 फ़रवरी 2018
11 फ़रवरी 2018
||रचना: दहेज || ||कर्ता मितेशदान गढवी(सिंहढ़ाय्च) ||
*||रचना:दहेज ||*
*||कर्ता: मितेशदान महेशदान गढवी(सिंहढ़ाय्च)||*
*||दोहा,छंद भाखडी||*
*{दोहा}*
*लखण काजे करे लेर,भंड लेय धन भोग,*
*मळे मलक में मीतड़ा,(एने)रिदै भरखे रोग*
*काळजा केरो कटको,देय धने जे दाम*
*माने जगमें मीतड़ा,(एने)रिदै वस्यो नै राम*
*लाड कोड ने लेरथी,करी चाकरी काई,*
*मोटी करी ने मीतड़ा,(एने)परे दहेजे पाई*
*रहेता कायम रोगी,(जे)कूळा घट रे काय*
(पण)
*मरे नरक मा मीतड़ा,(जे)धन दीकरी नु खाय*
*व्हालप हैये वेरियू,(ने जेणे)घेरयु आखु घर,*
*माणस मातर मीतड़ा,(एने)धन परे ना तू धर*
*भाग्य अधूरु भावमा,(ऐनु) देता वेहची देह*
*माणह एवा मीतड़ा,अथोक अकर्मी एह*
*छंद भाखडी*
वित्त खावयो जी के वित्त भावयो,
हित नावयो जी के हाय खावियो,
परया घरे परवेशवा सुत सहन दु:ख मन सेवती,
दुःख गहन अति निज माथ धर चिंता पिता दल हेवती,
दल काज घर पखवाज बन मूल दहेज दर्पण देखती,
दर्पण निखारे रूप पर इंण रीत रिवाज न रेखती,
*🙏---मितेशदान(सिंहढाय्च)---🙏*
*कवि मीत*
||रचना: राजकारण तू तू में में|| ||कर्ता मितेशदान गढवी(सिंहढ़ाय्च) ||
*||रचना:भाजप अने कोंग्रेस नी तू तू में में||*
*||छंद : मंजुभाषिणी||*
*||कर्ता: मितेशदान महेशदान गढवी(सिंहढाय्च)||*
बाता सांसद की बिखरेली,वाता घट घट वायु जी,
चलये देश सुधरने बाता,लाता मन सब खायु जी
पकड़ के खायु झपट लगायु,हाथा अटकत हायु जी,
ज्यो ज्यो मतियू मार्यू,त्यों त्यों मजाक मुख बन जायु जी
गढ़ चुनावे गीतड गावे,पैसे प्रगटी आवे जी,
लड़े लड़ावे तर्क लगावे,फिरभी जीत न फावे जी
पन्ने पन्ने पंख पीछावे,लिखवे अपनी गाथा जी,
ज्यो लिखणो शुरवात जगावे,स्याही खत्म हो जाता जी,
अंत मे गाली मुख में आली,काली बाता बाटे जी,
खाली करके मति खुमारी,नाक ही खुद वो काटे जी,
रचियो जो राजकारण रेलों,छेलम छेल वहायो जी,
मलक में *मीत* बने नै कोई,पैसो एक ज खायो जी,
*🙏---मितेशदान(सिंहढाय्च)---🙏*
*कवि मीत*
राजकोट शहेर चारण गढवी पोलीस परिवार द्रारा नवी पहेल
चारण-गढवी समाज समूह लग्न समिति-राजकोट ने राजकोट शहेर मां पोलीस विभाग मां फर्ज बजावता आपणा समाजना पोलीस कर्मचारीओ द्रारा चारण-गढवी समाज समूह लग्न समिति(जुनी)ने रू. 57000 /- जेटली रकमनुं फाळो आपवामां आवेल छे.
उमदा प्रयास नवी पहेल करवामां आवेल छे सर्वे नुं खूब खूब आभार
आवी रीते दरेक जिल्ला मां आपणा समाजना कर्मचारीओ पोतानी सामाजिक फरज रूप जे जिल्ला मां फरज होय त्या आपणा समाजनी संस्थानो संपर्क करी यथाशकित योगदान आपवा नम्र विनंती
वंदे सोनल मातरम
10 फ़रवरी 2018
चारण समाजनुं गौरव - वर्ग-2 मां पास
(2) सुजीतकुमार विजयकुमार गढवी
(3) नवलदान रामभाई गढवी
(4) हेमाली बेन किशोरभाई गढवी
श्रीमद भागवत सप्ताह ज्ञानयज्ञ महोत्सव
श्रीमद भागवत सप्ताह ज्ञानयज्ञ महोत्सव
कथा प्रारंभ ता.17-02-2018
कथा विराम ता.23-02-2018
वकताश्री कश्यप शास्त्रीजी (मोटा भाडिया)
स्थळ :- देवभूमि हरिद्वार, लाल रामेश्वर आश्रम, हरिद्वार
निमंत्रक
प.पू. खीमश्री माताजी, प.पू. धनबाई माताजी गुरुश्री हांसबाई माताजी तथा समस्त भक्तगण
चारण समाज नुं गौरव मीताबेन गढवी
9 फ़रवरी 2018
श्री गढवी समाज समुह लग्न समिति गांधीधाम आयोजीत ओगणत्रीसमो समूह लग्नोत्सव आमंत्रणपत्रिका
ता.20-02-2018
स्थळ :- स्वामी लीलाशाह आश्रम (कुटीया), कॉलेज रोड, आदिपुर-कच्छ
आमंत्रणपत्रिका (PDF FILE ) :- Click Here
8 फ़रवरी 2018
चारण समाजनुं गौरव -वर्ग-1 नी परीक्षामां पास
चारण समाजनुं गौरव - GPSC वर्ग-1 नी परीक्षामां पास
श्रीमती मीताबेन मोहनदानभाई गढवी (भुज-कच्छ)
पोस्ट :-
District Education Officer/ District Primary Education Officer & its equivalent posts, Gujarat Education Service, Class-I, (Adm. Br.), Advt. No. 105/2016-17
खूब खूब अभिनंदन
गुरू वंदना
संतश्री निरंजन बापु एज्युकेशन एन्ड चेरीटेबल ट्रस्ट तेमज समस्त सेवक गणना जय नारायण
7 फ़रवरी 2018
चारणी साहित्य संशोधन त्रिदिवसीय संवादोतस्व
*चारणी साहित्य संशोधन त्रिदिवसीय संवादोतस्व*
*संवादोतस्वनी रूपरेखा*
*मंगल प्रारंभ ता.04-03-2018, रविवार*
🔶 दिप प्रागट्य :- सवारे 11 कलाके
🔷 महेमानोनुं स्वागत प्रवचन
🔶 पहेलु सत्र :- बपोरे 3 थी 6 कलाके
🔷 साहित्य गोष्ठी :- रात्रे 9 थी 12 कलाके
*ता.05-03-2018, सोमवार*
🔷 बीजु सत्र :- सवारे 9 थी 12 कलाके
🔷 त्रीजु सत्र :- बपोरे 3 थी 6 कलाके
🔷 साहित्य गोष्ठी :- रात्रे 9 थी 12 कलाके
*ता.06-03-2018, मंगळवार*
🔷 चोथु सत्र :- सवारे 9 थी 12-30 कलाके
🔷 आभार विधि
*प्रेरक उपस्थिति*
आयुनी उजळी परंपराना अमीयल वादळी वरसावनार
आईश्री देवल माँ (सवनी-वेरावळ)
*खास उपस्थिति*
भक्त कवि पूजय श्री पालु बापु (काळीपाट)
*विद्वान कविश्रीओ*
श्री गीरधरदानजी रतनुं (बिकानेर, राजस्थान)
श्री भंवरदान विठ्ठु (जेसलमेर, राजस्थान)
श्री नरपतदानजी आशीया (खाण, राजस्थान)
श्री यशवंतभाई लांबा (जांबुडा, गुजरात)
श्री जोगीदानजी चडीया (बावळा, गुजरात)
श्री आनंदभाई महेडु (बोटाद, गुजरात)
*उजळो आवकार* श्री हर्षदसिंहजी राणा
*स्थळ :- राजदर्शन बंगलो, सीताराम बाग, 80 फुट रोड, सूरेन्द्रनगर, झालावड़ (गुजरात)*
*निमंत्रक*
श्री अनुभा गढवी (98257 10949)
श्री किरीटदान गढवी (98255 58174)
श्री नीलुदान गढवी (98258 99918)
*रस धरावता विधार्थीओ ऐ उपरना नंबर पर संपर्क करीने नाम नोंधावी लेवा विनंती*
*प्रेरक बळ :- समस्त चारण समाज*
नोंध आवनार विधार्थीओने रहेवा जमवानी व्यवस्था निःशुल्क राखेल छे. तमाम कार्यक्रमो समयसर शरू थई जशे*