कर्म धर्म सुध भाव कर, समरण करीये सूर जपता भेंतर जोगडा, नवल प्रकटतुं नूर
पोताना कर्म ने धर्म साथे सुध भाव थी जोडी ने भगवान सुर्य नारायण नुं समरण करवाथी भीतर मां नुतन नूर प्रकटे छे, भगवान नारायण ने मारा नित्य वंदन छे 🌅🌞☀🙇🏻☀🌞🌅
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