.

"जय माताजी मारा आ ब्लॉगमां आपणु स्वागत छे मुलाक़ात बदल आपनो आभार "
आ ब्लोगमां चारणी साहित्यने लगती माहिती मळी रहे ते माटे नानकडो प्रयास करेल छे.

આઈશ્રી સોનલ મા જન્મ શતાબ્દી મહોત્સવ તારીખ ૧૧/૧૨/૧૩ જાન્યુઆરી-૨૦૨૪ સ્થળ – આઈશ્રી સોનલ ધામ, મઢડા તા.કેશોદ જી. જુનાગઢ.

Sponsored Ads

Sponsored Ads

.

Notice Board


Sponsored Ads

17 मार्च 2016

|| गझल ||रचना : जोगीदान गढवी ( चडीया)

.               || गझल ||
रचना : जोगीदान गढवी ( चडीया)

ना कहे भिष्म पीता, के ना ई द्रोंण कहे..
चारणो बिन्न कहो, बिजुं ते कोंण कहे....
जांण कारो तो बधी, वातडी ने समजे छे
मानवुंज जेने नथी, ऐ वात मोंण कहे....
कृष्ण जेवाय अहीं, करे छे कोठा नी..
सात मां व्युह ने तो, छतां ई छोंण कहे..
सर्व सक्ती हती जे, सूरज ने थंभावे
अडधुं जे समज्या छे, ई एने ओंण कहे..
दान जोगी शुं कहुं, तूं साव भोळो पडे.
बात गेहरी ने बधा, हवा मां बोंण कहे...
ना कहे भिष्म पीता, के ना ई द्रोंण कहे..
चारणो बिन्न कहो, बिजुं ते कोंण कहे....

कोई टिप्पणी नहीं:

Sponsored Ads

ADVT

ADVT