.

"जय माताजी मारा आ ब्लॉगमां आपणु स्वागत छे मुलाक़ात बदल आपनो आभार "
आ ब्लोगमां चारणी साहित्यने लगती माहिती मळी रहे ते माटे नानकडो प्रयास करेल छे.

Sponsored Ads

Sponsored Ads

.

Notice Board


Sponsored Ads

29 जुलाई 2016

सूर्य वंदना -29-07-16 रविराज भाचळीया

मां सरीखो मुं लागतों, भळकडे कायम भांण,
भाचळीयो रवि भणे, रमाडें खोळलें नित रांण,

हे भगवान सूर्य नारायण देव आप ज्यारे सवारे उदय थाव छो त्यारे ऐवुं लागे छे के पागरण मां सुतेलां बाळक नें माथे हाथ फेरवतां हेताळवी मॉं जगाडती होय नें वाली वाली करती केती होय के बेटा जागो जो नित्य कर्म नुं टांणुं थीयुं हालो जोई बउ सुवाय नैं जागी जाव जोई हालो तो मारां बाळुडां आवां हरखतें हैंये हेत थी हाथ फेरवनार मावलडी जेवां हे भगवान सूर्य नारायण देव आपनें मारा नित्य क्रम मुजब हजारो हेत वंदन हो प्रभु...... 🙏🏼🌹🙇🏻🌞🙇🏻🌹🙏🏼😀👏🏻

राजी थईनें रोज्य तुं, रवि नें जगाडतों रांण,
भळकडूं थीये भीतरे, भासे मावडी सम भांण,

कोई टिप्पणी नहीं:

Sponsored Ads

ADVT

ADVT