मनगल वार मिहिर तूं, मन गल अमणीं मान
जन मनगल कज जोगडा, मनगल सूर महान
हे भगवान मिहिर नाम सूर्य, मनगल (मंगळ वार) हुं वंदन करी छुं के आप मन गल ( मन नी गल= वात) मानो अने जन (लोको) नु मनगल (मांगल्य ) करवा मन मां रहेल मन गल (मान ने गाळो) हे महान सूर्य नारायण मारा आपने नीत्य वंदन छे
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