कविजनो पासे क्षमा प्राथॅना ...हु कवि नथी...पू.नारायण स्वामी ना निवाॅण
समये मारा दिलमा जे भाव आव्या ते कागळ पर उतायाॅ छे ऐटले काव्य नी द्रष्टी कइ भूलचुक होय तो माफ करसो
□ मोरारदान सुरताणीया
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