. || नरसी केरा नाथ ||
. रचना : जोगीदान गढवी (चडीया)
. रचना : जोगीदान गढवी (चडीया)
बंधन कां थ्युं बापजी, तने, केदारा नुं कान.
नरसी नाथ निधान, जंखे चारण जोगडो.१
नरसी नाथ निधान, जंखे चारण जोगडो.१
साधु थीये समाधमां, हरीवर नावे हाथ.
जुने पधारे जोगडा, नरसी केरो नाथ.२
जुने पधारे जोगडा, नरसी केरो नाथ.२
साच बताव्यो स्यामजी, पारथ ने पण पाथ.
ज्वाळे सितळ जोगडा, नरसी केरो नाथ.३
ज्वाळे सितळ जोगडा, नरसी केरो नाथ.३
स्नेहे गायी स्यामळा, गीता सरखी गाथ.
जे नत वांचे जोगडो, नरसी केरा नाथ.४
जे नत वांचे जोगडो, नरसी केरा नाथ.४
देतो मारा देव तुं, शंकर ने पण साथ.
जंखु दरशन जोगडो, नरसी केरा नाथ.५
जंखु दरशन जोगडो, नरसी केरा नाथ.५
भरीये साचा भावथी, भगती केरां भाथ.
जनम छेल्ले जोगडो, नरशी केरा नाथ.६
जनम छेल्ले जोगडो, नरशी केरा नाथ.६
सामो आवीन शामळा, बाप भरीले बाथ.
जांणी बाळक जोगडा, नरसी केरा नाथ.७
जांणी बाळक जोगडा, नरसी केरा नाथ.७
नीर वहावे नेंणला, मुकीयें पगमां माथ.
जादव वंदुं जोगडो ,नरसी केरा नाथ.८
जादव वंदुं जोगडो ,नरसी केरा नाथ.८
(देवकी ना आठमा संतान..जन्म माटे पण आठम
आंम आठ ना चाहक कान ने आठ दोहा थी वंदन)
आंम आठ ना चाहक कान ने आठ दोहा थी वंदन)
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