.

"जय माताजी मारा आ ब्लॉगमां आपणु स्वागत छे मुलाक़ात बदल आपनो आभार "
आ ब्लोगमां चारणी साहित्यने लगती माहिती मळी रहे ते माटे नानकडो प्रयास करेल छे.

આઈશ્રી સોનલ મા જન્મ શતાબ્દી મહોત્સવ તારીખ ૧૧/૧૨/૧૩ જાન્યુઆરી-૨૦૨૪ સ્થળ – આઈશ્રી સોનલ ધામ, મઢડા તા.કેશોદ જી. જુનાગઢ.

Sponsored Ads

Sponsored Ads

.

Notice Board


Sponsored Ads

16 दिसंबर 2015

उलट सुलट दोहानो रचना:  जोगीदान गढवी (चडीया)

.              उलट सुलट दोहानो
.     ..दुमेळी प्रबंध .(चाकण प्रबंध)...
.     रचना:  जोगीदान गढवी (चडीया)
दोहो..
वशी यही वधरा तन्न, यज नवरा किनजा नरा
वजी यद हखरा वन्न, डागजो यहिय जोगडा.१
आ दोहाने नीचेथी उल्टो (ईती थी अथः सुधी/ छेल्लेथी सरु करी शरुवात सुधी उलटा अक्षरे) वांचो ऐटले...आंम थशे...
दोहो...
डाग जो यहीय जोगडा, न्नव राखह दय जीव
रान जानकी रावन जय,न्नत राघव हिय शीव. २
पेहला नो अर्थ..आंम लघर वघर देहे हुं वशी के ज्यां केवां नर छे ऐय खबर नोहती पडती..वजुज ने हखरी (संकोरवु) ने वन्न मां पडी ते डाग मारा हैये जेमनो तेम रह्यो.....
बीजा नो अर्थ..डा (डामवुं) गजो (कलेवर..गजु) ऐ थयुं के जे राखह ना जीव मां दया नोहती, त्यां रान मां जानकी नो रावन पर जय थयो ..कारण न्नत (नित्य..कायम) राघव ना हैया मां शीव नो वास हतो...

कोई टिप्पणी नहीं:

Sponsored Ads

ADVT

ADVT