नीत जागी भज नारणा,सजण बणो नई सोम
जोग तपोबळ जोगडा, भांण तपे ज्यों भोम,
जे नित्य जागी ने नारायण ने भजे छे तथा सोम (लोभ/ चंद्र मा एटले के काळा डाग वाळो, दुर्गुण ना दाग) प्रकृती वाळा नथी रेहता तेनुं तपोबळ एम तपे छे जेम सुर्य नारायण नुं तेज धरा पर आवे छे, भगवान सुर्य नारायण ने मारां नित्य वंदन छे,
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