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"जय माताजी मारा आ ब्लॉगमां आपणु स्वागत छे मुलाक़ात बदल आपनो आभार "
आ ब्लोगमां चारणी साहित्यने लगती माहिती मळी रहे ते माटे नानकडो प्रयास करेल छे.

આઈશ્રી સોનલ મા જન્મ શતાબ્દી મહોત્સવ તારીખ ૧૧/૧૨/૧૩ જાન્યુઆરી-૨૦૨૪ સ્થળ – આઈશ્રી સોનલ ધામ, મઢડા તા.કેશોદ જી. જુનાગઢ.

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30 अक्तूबर 2017

साता प्रकरण चारणो की रेली का अहेवाल

साता प्रकरण चारणो की रेली का अहेवाल

सर्व समाज का बहुत बहुत हार्दिक आभार ।।
साता प्रकरण में सत्य का साथ देने के लिए समस्त 36 कोम का तह दिल से समस्त चारण समाज साधुवाद करता ।।
और चारण समाज हमेसा से आपका आभारी रहेगा
सत्य की छोटी सी पुकार पे चारण समाज अपना सर्बत्र बलिदान कर देगा
में आपसे वादा करता हु ।।
उसके बाद में सबसे पहले dr. बाबुदान जी एवं भवँर जी साता , नरेश जी देवल और समाज के जिम्मेदार और मौजिज बन्धुओ का तह दिल से हार्दिक      आभार  ।।
जिन्होंने अपना अमूल्य समय निकाल कर सत्य और 36 कोम के भरोसे को सोसल नेट वर्क के माध्यम से कायम रखा ।।
और अपनी सादर उपस्थति देकर सत्य का साथ दिया ।।
एक बात कहना चाहता की साब जिस मंच से मागिदान जी वक्ता बन कर बोल रहे हो वहाँ पर स्वयम सरस्वती और सत्य विराजता हैं ।।
अपनी ओजस्वी भासा से चारणों की सस्कृति एवम सभ्यता का बखान करने वाले युवा नेता राजेद्र जी भियाड़ का भी में सुकर गुजार करना चाहता हु ।
और इनसे चारण समाज सदैव  ही ये आसा रखेगा
की जब भी चारण और सत्य की बात होगी तब राजपूतो का नाम ससम्मान से लिया जाएगा ।।
उसके बाद श्री देशनोक की पवित्र धरा से पधारे युवा नेता भाई हरीदान ने अपने विचार रख कर कहा कि सत्य परेसान करता पर परेसान कदाचित नही उनका भी तह दिल से आभार ।।
उसके बाद हाजी करीम खान का आभार जिन्होंने हिन्दू मुस्लिम छोड़ सत्य की रहा को परखा और अपनी समाज को भी इस सत्य की लड़ाई में में न्याय का साथ दिया ।।
उसके बाद पूर्व सरपंच शेखराम जी बीजा सर का भी हार्दिक आभार जिन्होंने अपनी समाज के साथ खड़ा होकर कहा भी जहा देवीपुत्रो का निर्दोष फसाया जा रहा है हम आपके साथ हैं ।।
माँ भगवती के उपासक कविवर श्री जयेश जी गढ़वी का साधुवाद जिन्होंने अपने कंठ में विराजित माँ सरस्वती के आहवाहन के रूप में चारण कौन है माँ जगदम्बे  को साक्षी मानकर परिभासित किया ।।
और कहा कि जहाँ भी अन्याय होगा देवीपुत्र अपनी वाणी से सबसे पहले आवाज उठाएगा ।।
धन्य हैं वो धरा और जननी जिसने भाई जयेश गढ़वी को जन्म दिया और सदैव चारण समाज इन पर गर्व करेगा ।।
उसके बाद अपने रुधित गले से श्री मान भरत दान जी तरला ने पूरी प्रकरण की कहानी बताकर कहा जी एक बेगुनाह को कैसे राजनीति एवम भुजबल के आधार पर कैसे हत्या के धारा302 जो आजीवन कारावास में फसाया जाता है ।।
उसके बाद मेघवाल समाज के अध्यक्ष हुकमा राम जी का भी साधुवाद जिन्होंने कहा कि देवतुल्य चारण समाज हमसे से सत्य व संविधान की पालना में अपने सत प्रतिसत योगदान देता हैं उनको भी एक गदी राजनीति के तहत एक संगीन अपराध में बेहगुनाह फसाया जा रहा है ।।
उसके बाद बलराम जी प्रजापत ने अपनी बात में बताया कि हमने जो जसवंत जी जसोल को ठुकरा कर गलती की उसका आज यह परिणाम हैं जब चारण समाज को इस तरह गुमराह किया जा रहा है जो समाज हमेंसा से सत्य का पुजारी रहा है ।।
राजपुरोहित समाज के अग्रणी वक्ता श्री राम सिंह जी बोथिया ने अपनी मायड़ भासा से चारणों ने समय - समय पर किस प्रकार से सत्य का साथ दिया हैं विस्तृत रूप से बातया और इन्होंनो कहा कि जहाँ सत्य को आंच आएगी वहाँ राजपुरोहित समाज अपना सम्पूर्ण रूप से सर्मथन करेगा ।।
राम सिंह जी का भी तह दिल से सुक्रिया ।।
उसके बाद श्री रूपसिंह जी राठौर ने कहा कि माँ करनी जी महाराज की हमेसासे राठौर पर विशेष किरपा रही हैं ।।
आज उसी करणी माँ के पुत्रों पर विपदा की घड़ी हैं में पूरे चोहटन राठौर समाज की और से देवतुल्य जाति की अस्मिता पर हमारे जीते जी संकट नही आने दूँगा ।
और तन मन धन से सहयोग करेंगे ।।
राठौर साब का तह दिल से आभार  माँ भगवती इनको सदैव सुखी रखें ।।
बाखासर से पधारे श्री मान रतन सिंह जी ने चारणों के इतिहास को साक्षी मानकर कहा की अगर जाटो को देवतुल्य समाज पे भरोसा नही है तो में अपने पुत्र की कसम खाता हूं और महात्मा ईश्वरदास जी की पवित्र धरा पे दावे के साथ कहता हूं कि अगर तेजदान जी का इस  घटना से कोई लेना देना हो तो मेरा कल का सूरज उदय ना हो ।।
आभार श्री मान रतन सिंह जी का जिन्होंने चारणों की मान व समान का अपने सिर के साफे से भी उच्चा रखा ।।
उसके बाद रणजीत सिंह जी खुड़ी का आभार जिन्होंने मानवेंद्र सिंह जी (शिव विधायक) की अनुपस्थिति को उपस्थिति में बदल दिया और कहा कि जब तक राजपूतो में जान हैं तब तक माँ भगवती की उपासक जाती को को आंच भी नही आने दुगा और उन्होंने आभार जताया कि चारण हमेसा से राजपूतो के पक्षधर रहे है और आगे भी रहगे ।।
और आज अगर राजपूत समाज ने इस अन्याय के खिलाफ साथ नही दिया तो हमे पूरा जीवन एक अभिशाप बन कर जीना पड़ेगा ।।
उसके बाद गुजरात चारण सभा के अध्यक्ष विजय भाई गढ़वी ने अपनी सुशोभित वाणी से कहा की हम गुजरात से इसलिए पधारे हैं कि जहाँ सत्य( चारण) को एक राजनीति का शिकार बनाया जा रहा है ।।
और उनके खिलाफ सरासर अन्याय किया जा रहा है ।।
विजय भाई साब का भी तह दिल से दिल की गहराइयों तक साधुवाद ।।
उसके बाद हमारे देवतुल्य समाज के लोक सभा के प्रथम सदस्य के पुत्र श्री मान दिनेश जी गढ़वी साब ने कहा कि मेरे पापा श्री कहा कि बेटे हमसा से सत्य का ही साथ देना और सत्य की रहा पर चलने वाले चाहे कोही भी हो उनका हमेसा मान समान रखना ।।
आज में इस मारवाड़ की माटी को साक्षी मानकर कहता हूं कि में अपने पापा के कर्तव्यों का पूरी निष्ठा के साथ पालन करुगा ।।
और आभार आपको जो आपने मुझे यहां बुलाकर मेरा समान किया में सदैव आपका आभारी रहूंगा ।।
एक छोटे से आहवाहन पर बाड़मेर पधारने पर श्री सुखदेव जी गोगामेड़ी का बहुत बहुत आभार और माँ करणी जी इनको दीर्घ आयु प्रदान करे ।।
इन्होंने अपनी ओजस्वी वाणी से कहा कि साब जब तक इस संसार मे एक भी राजपूत जिंदा हैं तब तक सत्य की पहचान देवतुल्य चारण समाज की अस्मिता पर संकट के बादल कभी भी मडराने नही दूँगा ।।
और वादा करता हु की आप की हर छोटी सी सत्य की लड़ाई में हर समय तैयार रहूंगा और इन्होंने विपक्ष के नेताओ को कहा कि ये राजनीति की मैली चादर ओढ़कर क्यू किसी से खिलवाड़ करते हो
दम हैं तो सामने आयो ।।
उसके बाद उमरदराज चारण समाज के सिरोमोर व चारण महासभा के अध्यक्ष श्री मान C.D deval  साब ने अपनी वाणी से इस सत्य की रहा के मेले को चार चांद लगा दिए और कहा कि चारण हमेसासे से ही सत्य की पहचान रहा हैं ।।
और अंतिम सब्दो में में बाड़मेर की युवा टीम को धन्यवाद देना चाहता हु की जिन्होंने अपना सत प्रतिसत योगदान देकर इस सत्य के असवमेघ यज्ञ को पूर्ण सफल बनाया ।।
जिस समाज मे युवा सक्ति इतनी सजग हैं वो समाज ही आगे बढ़ सकता हैं 
देवल साब का बहुत बहुत आभार ।।
अंतिम सब्दो में कुसम जयपाल जी का और तनुजा जी का भी आभार जिन्होंने अपनी उपस्थ्ति देकर मंच की गरिमा को नई उचाइयां दी समाज इन पर सदैव गर्व करें और बालिका शिक्षा को भी बढ़ावा दे
रैली के अंतिम छणों में जो 36 कोम ने सन्ति एवं सोहदपूर्ण ,एकता का परिचय दिया ऐसा लग रहा था कि कोई देवता खुद जमीन पर उतरकर देवतुल्य चारण समाज की सत्य की गवाही दे रहा हैं।
और अंतिम समय मे वो व्यक्तित्व आया जिस देख के लग रहा था कि मानो सत्य की असली मुस्कराहट ही यही है पर राजनीति के शिकार चेहरा मानो ये कहा रहा था कि ...... में बयां भी नही कर सकता हु में बात कर रहा हु श्री तेजदान जी की जिन्होंने कहा कि अगर मुझे पर विस्वास ना हो तो श्री मान गजेसिंह जी बाखासर की गवाही या कसम ले लो पर वो कब मानने वाले ।।
तेजदान जी के हरेक सब्द में अन्याय की पीड़ा साफ झलक दिखाई दे रही थी

माँ भगवती सदैव सत्य की सहाय करे 
आज के इस सत्य के महायग को सफल बनाने के लिए  36 कोम का साधुवाद  ।।
आशा से आपका हितेशी
surya padam charan

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