.

"जय माताजी मारा आ ब्लॉगमां आपणु स्वागत छे मुलाक़ात बदल आपनो आभार "
आ ब्लोगमां चारणी साहित्यने लगती माहिती मळी रहे ते माटे नानकडो प्रयास करेल छे.

આઈશ્રી સોનલ મા જન્મ શતાબ્દી મહોત્સવ તારીખ ૧૧/૧૨/૧૩ જાન્યુઆરી-૨૦૨૪ સ્થળ – આઈશ્રી સોનલ ધામ, મઢડા તા.કેશોદ જી. જુનાગઢ.

Sponsored Ads

Sponsored Ads

.

Notice Board


Sponsored Ads

19 नवंबर 2017

जाडवा जुकी नित केछे रे रचना कीशोरदान सुरु

जाडवा जुकी नित केछे रे

(राग) माताजी कहे बीवे मारो

जाडवा जुलीने जुकी नित केछे रे नमे ई गमे नाथने रेजी

जाणवा जेवु छे जाडे। मन राखी माळे रे
एजी. द्रष्टीमा राखो दाडे दाडे रे नमेई गमे नाथने रेजी

शीतल आपेछे छांयो, आंगणे गमेते आयो रे
एजी. भेद भीतर कदी नव भाळ्यो रे नमेई गमे नाथने रेजी

उभा कोई अडीने आभे, मेरु सम मपाई ना वांभे
एजी. छता खलक सरखो छे एने खांभे रे नमेई गमे नाथने रेजी

खंत राखी हाडथी खीले, भावना ई सौनी जीले रे
एजी. रागद्वेश लवलेश नही दीले रे नमेई गमे नाथने रेजी

उंच नीच शुछे आमा, आडोने अवळो थामा रे
एजी कालजे कीशोर के रटय नीत रामा रे नमेई गमे नाथने रेजी

रचना कीशोरदान सुरु

कोई टिप्पणी नहीं:

Sponsored Ads

ADVT

ADVT