.

"जय माताजी मारा आ ब्लॉगमां आपणु स्वागत छे मुलाक़ात बदल आपनो आभार "
आ ब्लोगमां चारणी साहित्यने लगती माहिती मळी रहे ते माटे नानकडो प्रयास करेल छे.

Sponsored Ads

Sponsored Ads

.

Notice Board


Sponsored Ads

2 मार्च 2016

क्यांथी मळे. - *वरदान*

फरे छे खाेटा मुखोटा, साचा माणस क्यांथी मळे,
फेलाय छे अंधकार,आ प्रकाश क्यांथी मळे.
प्रित छुपाणी पळदा मां कोई तो कहो जईने,
सौंदर्य छुपाणु सौंदर्यमाटे पछी श्वास क्यांथी मळे.
नयने नयन मळवाना दी' जता रह्या..
प्रित छुपाणी गोगल्समां,हवे ऐ तरस क्यांथी मळे.
पडी ज्यां ज्यां नझर मारी, प्रेम रस झर्यो नही,
अभिमाने आप विंधाणा,हवे रस क्यांथी मळे.
नहीं खबर के खोवाय छे के लपाय छे प्रेम,
किचड मा शोधता, आ सारस क्यांथी मळे.
खबर 'वरदान' मुझने,जावु आववु ऐकलु मारे.
मथु गमे ऐटलो तोय, आ सहवास क्यांथी मळे.
                              :- *वरदान*

कोई टिप्पणी नहीं:

Sponsored Ads

ADVT

ADVT