सगती स्वारी सिंह नी, अदभूत देंणी आज
जो त्रण गामे जोगडा, सोंप्या रतन समाज
चारणो नी पुज्य सग्ती नी स्वारी ऐटले सिंह (सिंह रासी ऐटले 'म' अने 'ट') जेमां त्रणेय गामो सिंह रासी ना 'म' थी ..मढडा, मजादर , अने मांणेकवाडा, जेमां क्रमशः मढडा सोनबाई मां, मजादर पद्मश्री काग बापु , अने मांणेकवाडा पद्मश्री भीखुदानभाई, ऐम सग्ती कृपा तो छेज पण सग्तीना स्वार नी राशी वाळां गामो ये पण समाज ने अमुल्य रत्नो आप्यां
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