कृष्ण ससुर ने कोडथी, नमण्युं करीये नीत
जेह सुरज नाजोगडा, गाता चारण गीत
भगवान सुर्य नी पुत्री कालीन्दी कृष्ण नी मुख्यआठ रांणीयो मां एक हती आंम हे कृष्ण ना ससुरजी , तथा युगो थी चारणो जेना गीत गाय छे तेवा हे भगवान सुर्य नारायण हुं आपने नीत्य वंदन करुं छु
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