यज्ञा वलक उपासीयो, भावे सूरज भांण
जे ने वंद्यो जोगडा, ॠचा यजुस मां रांण
हे सुरज नारायण ब्राह्मणो जेने तैतरेय उपनीसद कही ने वंदना करे छे ते उपनीसद चारण मुनी य़ाज्ञ वल्कल नुं वमन मात्र छे, तेवा समर्थ मुनी जेने उपासता होय तथा साम ॠचाओ अने यजुस मां पण जेने वंदना थई छे तेवा भगवान सुर्य नारायण ने मारां नित्य वंदन छे
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