|| झुला रवि नी झाकम झोळ||©
"गामडा नी गलीयुं मां"
रचना: रविदान झुला उघरोज.
कोठीयुं मां दांणा होय. रसोडा मा छांणा होय.
लगन मां गांणां होय. तेल केरा घांणां होय.||
भेस बकरी गायुं होय. लांबे घुंघटे बायु होय.
संपीला बे भायुं होय. भले नवी जुनी मायु होय.||
तलवारो ने बरसी होय.लाकडीयु ने फरसी होय.
पघडी ने साफा हो. कन्या माटे माफा होय.||
डायराओ थाता होय. कहुंबा पिवाता होय.
गढवीयुं गाता होय. दरबारुय दाता होय.||
ताजा दुधना वाळु होय. जाखुय अजवाळु होय.
पटरा ने तारु होय. क्यांक देशी दारु होय.||
मेमानो ने मान होय. संतो ने सनमान होय.
भजन नुुं भांन होय. गरीबो ने दांन होय.||
विघा एक ना वाडा होय. बळदीया ने गाडा होय.
जण भाळा जाडा होय. कोक पाछा आडा होय.||
बाजरा ना रोटला होय. लींपण वाळा ओटला होय.
बैरांन लांबा चोटला होय. माथे चार ना पोटला होय.||
घरे भलां घोडा होय. पग मां देशी जोडां होय.
खोटा मांणह थोडा होय. गांम झांपे टोडा होय.||
छजे जुनो काट होय. दहीं मांखण ना माट होय.
रुडी हींडोळा खाट होय. कोक कोक लुखा टाट होय.||
शिंण सुतर ना खाटला होय. ठंडा पांणी नां माटला होय.
जमवा रुडा पाटला होय. लुगडां भलेन फाटला होय.||
वेली छास्युं थाती होय. आरती युं संभळाती होय.
परभातीयुं गवाती होय. पनहारी पांणी जाती होय.||
नर नारी नदीया नाता होय. तेहवारो उजवाता होय.
गुतो राहडा गाता होय. झुला रवि हरखाता होय.||
रचना: रविदान झुला उघरोज.
प्रेषक: जोगीदान गढवी (चडीया)
मो.नं.9898360102
नोंध: जे लोको ने एडीटींग नो सोख छे तेमणे एडीट करी ने पोस्ट ने फोरवर्ड करवा नी मनाई छे..गमे तो ऐडीट कर्या सीवाय फोर्वर्ड करी सकाय
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