नमतु नित नारायणा, जागीन आखु जग्ग खेचर आभे खग्ग, जाय सामैये जोगडा
हे भगवान सुर्य नारायण आखु जगत आपने जागीने वंदे छे तेमज खेचर (आकास मां उडवा वाळा) खग (पक्षी) आभ मां आपना सामैया ना गीतो गाता देखाय छे, आपने मारा नित्य वंदन छे, 🌅🌞☀🙏🏼☀🌞🌅
टिप्पणी पोस्ट करें
कोई टिप्पणी नहीं:
टिप्पणी पोस्ट करें