कारगील विजय दिन पर देश के जवानों को समर्पित
सरहद पर सीना ताने देश के जो रखवाले है
वो बेटे हीन्दुस्तान के देखो कीतने मतवाले है
कहीं भयंकर गरमी में तो कहीं खडे तुफानो में
जींदगी देश के नाम कर ये अमर हो जाने वाले है
हमारे लीये सरहद पर न जाने क्या-क्या सहते होंगे
वो जांबाज मीट्टी के जो खुन से नहाने वाले है
ऊनकी आंखो में रात को निंद तक नहीं सोती
"देव" वो खुद जाग हमें चैन से सुलाने वाले है
✍🏻देव गढवी
नानाकपाया-मुंदरा
कच्छ
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