वाणीनी भकित करवा करता मननी भकित सारी छे, पण आचरणनी भकित सौथी उतम छे.
- पू.आईश्री सोनल मां
टिप्पणी पोस्ट करें
कोई टिप्पणी नहीं:
टिप्पणी पोस्ट करें