चारणी साहित्य ना प्रसिद्ध साहित्यकार जामनगर ना जांबुड़ा गामना रहेवासी श्री लाखाभाई गढवीनुं 82 वर्ष नी जेफ वये अवशान
पंच महा भुत से परो, आतम हर आधीन
जांबूडा पत जोगडा, लाखा चारण लीन
जांबूडा पत जोगडा, लाखा चारण लीन
लाखा भाई गढवी के जेमणे पोताना आगवा जोम थी जेते समये पोतानी खुमारी थी एक नोखी छाप उभी करेल अने वाड वीना पण वेला चडी सके तेवी नवी दीसा कंडारेल , ते मर्द कलाधर लाखाभाई ना आत्मा ने ईश्वर शांती बक्षे, तथा तेमनी दिव्य चारण चेतना ने मारां वंदन
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें