श्रावण मासे समरतां,सउ,भोळीया संगे भांण,
भाचळीयो रवि भणे,जे,पंड्य पंड्य फूंके प्रांण,
हे भगवान सूर्य नारायण देव आ पवित्र श्रावण मास शिव उपासना नों महीनो छे ऐमां भगवान भोलानाथ संगे आपनुं समरण सकळ जगत करे छे ते सोना मां सुगंध जांणे,,,,,, बेय देवो दरेक नां खोळीये प्रांण पुरवा वाळां छो शिव जीव मातर मां प्रांण पुरे छे नें आप समग्र जगत नां जीव थी लईने प्रकृत्ति मां प्रांण पुरण करो छो ऐवा बेय प्रकृति अने पीमर जीव मां प्रांण पुरक देवो नें मारा नित्य क्रम मुजब हजारो हेत वंदन हो,,,,,, प्रभुजी,,,,,,, 🙏🏼🌹🙇🏻🌞🙇🏻🌹🙏🏼
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें