चारण क्यांथी हुं चुकु, नमण्युं सूरज नीत जेम भुले नई जोगडा, रांण उग्या नी रीत
हे भगवान सुर्य नारायण जेम आप नीत्य उगवानु भुलता नथी एम हुं आपने नीत्य वंदन करवानुं न चुकु एवा आशिस माटे मारा आपने नित्य वंदन छे 🌅🌞☀🙏🏼☀🌞🌅
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