*वीर शहीद माणशी राजदे गढवी ने*
*ऐक चारण भाई तरीके गौरव लई ने*
*शब्दो रुपी भावांजली आपवा प्रयास*
*करेल छे,भुल-चुक क्षमा पात्र*🙏🏻
जाणे उग्यो सोणे कला ऐ भाण जोने
दीशतो ऐवो वीर माणशी रे लोल ....
ऐणे राखयुं छे कांई नवेखंडे नाम जोने
गरवो चारण वीर माणशी रे लोल ....
तने जाजी रे खम्मायुं दे माँ भोम जोने
सावज बालुडो वीर माणशी रे लोल ....
ऐणे डगला मांड्या छे सीधा स्वर्ग जोने
हरखे उल्लासे वीर माणशी रे लोल ....
ऐवा देश भक्ती ना हवन केरा कुंड जोने
होम्या छे प्राण वीर माणशी रे लोल ....
ऐने माथे तीलक माँ भोम नुं शोभे जोने
शुरवीर युवान वीर माणशी रे लोल ....
लाखो वंदन तने चारण "देव" तणा जोने
अडग ने निडर वीर माणशी रे लोल ....
✍🏻 देव गढवी
नानाकपाया-मुंदरा
कच्छ
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