दशहरा की शुभकामना साथ हीप्रार्थना प्रभु मनुष मात्र के अंदर बैठै रावण को भी नष्ट कर दे🙏🏻
*आज रावण पछतायो है*
घोर भयो कलयुग,आज रावण पछतायो है
रावण को मारन काजे,रावण ही आयो है
घोर भयो कलयुग..
हजार मुख मनुष तुं,आज देह में छीपायो है
दशानंद को मारण हेतु,अग्नि से जलायो है
घोर भयो कलयुग..
शिवजी कीयो प्रसंन्न,चार वेद कंठ धरायो है
मोक्ष देन आये विष्णु,वा से वचन में पायो है
घोर भयो कलयुग..
नो ग्रह बंदी कीयो में ,पुत्रे ईंन्द्र को हरायो है
नाभी स्थल में अमृत भर ,यम दुर भगायो है
घोर भयो कलयुग..
भलो चोराशी त्याग,बुरो तीन जन्म आयो है
कंस रावण हिरणाकश्यप,नाम में धरायो है
घोर भयो कलयुग..
मंदोदरी पुछत पर-स्त्री,काहे उठा लायो है?
उतर दीनो मात बहाने,पिता को बुलायो है
घोर भयो कलयुग..
ह्रदय माँ जानकी,पिता राम को समायो है
युध्ध कर राक्षस कुल,में नाश करवायो है
घोर भयो कलयुग..
रामेश्वर बीधी कीनी,ब्राम्हण घर्म निभायो है
वाके बाद आज्ञांकित,युध्ध शंख बजवायो है
घोर भयो कलयुग..
राक्षस कछु और नांही,अधर्म को कहायो है
मोको जला दे पर तुं ,मन साफ कर लायो है?
घोर भयो कलयुग..
जो दीन संसार दीखे,प्रेमरीत सो छवायो है
"देव"वा दीन जानो,रावण दहन हो पायो है
घोर भयो कलयुग..
✍🏻देव गढवी
नानाकपाया-मुंदरा
कच्छ
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