*वोटसप वापरता बधा भजन प्रेमियो अने साहित्य प्रेमियो ने एक नम्र विनंती*
हाल मा आपणे बधा रोज मेसेज वांची रह्या छिये के जेमा नित नवा भजन- दुहा-छन्द-कविताओ वगेरे वॉट्सऐप माध्यम द्वारा आप ले थई रह्या छे जे खरेखर बौ आनंद नी वात छे ।अने जे कलाकार ने तेमज भजन प्रेमिओ ने पोतना मोबाइल द्वारा गमता भजनों कविताओ गोतवा मा खूब सरळता थाय छे ।
टाइप करनारनी महेनतने वंदन पण .....
*📵खास विचार वा नी बाबत 📵*
इ छे के टाईप करता क्यारे उतावड मा आपणे सौ अमुक शब्दो ने साचु न्याय नथी आपी शकता आपणी थोड़ी भूल ने कारणे कवि नी कलम ने साचु न्याय ना मडे जेना कारणे अमुक शब्दोनु अप भ्रस्ट थई जाय छे अने इ शब्दो नु उगता कलाकारों भोग ना बने इ माटे आपणे सौ टाईप करनाराओ ने ख़ास ध्यान मा राखवा जेवि बाबत छे । अने अमुक कविता ओ मा जो टाइपिंग मा भूल होय तो आपणे कोई पण कविता भजन आखु वांची त्यारबाद ज फॉरवर्ड करो,
जेम सुरज अने चंद्र अंधकार ने दूर करे छे एम् अज्ञान रूपी अंधकार ने दूर करवा मा कवियों अने संतो नो खूब फाड़ो छे
एक शब्द नी ज कीमत होय छे
"शब्द संभाल के बोलिये सब्द के हाथ नै पाँव
एक शब्द है औसधि और एक शब्द है गाव"
माटे आपणी संस्कृति नो जतन करवु इ आपणी फरज छे ।
*जो आ मेसेज सारू लागियु होय तो फोरवड करजो । जय माताजी*
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