चारण कवि अने साहित्यकार बनो तो ' मेरुभा मेधाणंद गढवी जेवा बनो...!
मेरुभानी जन्मजयंती निमित्ते तेमने याद करीऐ.
जन्म तारीख : 9-3-1905.
मृत्यु तारीख : 1-4-1977.
कन्या छात्रालय माटे ऐकलवीरनी जेम फंड भेगुं कयुॅ हतुं. :
मेरुभाऐ जोयुं के ' चारण ' अने तेना साहित्यने जीवंत राखवा शिक्षण जरुरी छे. आ शिक्षणना पायाना संस्कार ' मा ' पासेथी मळे छे. तेथी तेओ ऐकलवीरनी जेम ते माटे घूम्या. मोटा दान मेळव्यां ने तेमनी ईच्छाओ. अरमानो पूणॅ करेलां. तेवे समये पांच लाख रुपिया ऐकठा करेला.
हजार वषॅमां आवा शुभ कायॅमां कोई चारणे व्यकितगत प्रतिभा उपर दान मेळव्यां नथी तेवुं भकत कवि कागबापुऐ ऐकरार करतां जणाव्युं हतुं.
कविनी प्रतिभा केटली ऊंची हती तेना दशॅन तो त्यारे थाय छे ज्यारे आरझी हकूमतनी लडाई माटे मेरुभा गढवीना कहेवाथी नानजी काळीदास शेठे शामळदास गांघीने रुपिया पचीस लाख आपेला. नानजी शेठनो मेरुभा उपर केटलो अडग विश्वास हशे ?
आवा महान व्यकितओने कोटि कोटि प्रणाम..
जय माताजी.
प्रस्तुति कवि चकमक.
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें