💐 *चारण कवी आपाभाइ रचित नांगबाइ मां नी रचनाे भाव..* 💐
किर्तीदान गढवीना स्वर मां ऑडियो :- Click Here
नोंधारा गइ छो मेली रे,आंखडीयुं मां खळके हेली..
वळामण करने वेली,बाइ आमारो कोइ न बेली रे...
नांगबाइ केम गइ छो मेली रे...आइ केम गइ छो मेली रे...
माडी नथी मुखडा जोयी, हैया ना हेत रे खोया..
राते आंहे नेणला रोया,तेज वछोया आज ते छोडी रे...
नांगबाइ केम गइ छो मेली रे...आइ केम गइ छो मेली रे...
हेमाळा नी केळीये हाली,नोंति अमे वेल हंकारी...
एना छे ओरतां भारी,भुल अमारे भाग्य् लखेली रे...
नांगबाइ केम गइ छो मेली रे...आइ केम गइ छो मेली रे...
गुनांओनो कर गुजारो,माडी हुंतो बाळ तमारो...
हवे एक आप होंकारो,वात विचारे वणजे वेली रे...
नांगबाइ केम गइ छो मेली रे...आइ केम गइ छो मेली रे...
कहु ओल्या काळ दुकाळे,जुना जेम जाड गुजारे...
हवे वेलाहर आइ विचारे, "आप" कवी नी विंनती छेली रे...
नांगबाइ केम गइ छो मेली रे...आइ केम गइ छो मेली रे...
💐 *रचना --- चारण कवी आपाभाइ* 💐
🌹 *टाइपिंग --- राम बी गढवी* 🌹
*नविनाळ--कच्छ*
*फोन नं ---7383523606*
🙏🏻 *आ रचना किर्तीदानभाइ गढवी नो ओडीयो मांथी टाइप करेल छे भुलचुक सुधारीने वांचवी* 🙏🏻
🙏🏻🙏🏻 *जय नागबाइ मां* 🙏🏻🙏🏻
💐 *वंदे सोनल मातरमं* 💐
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