पोतानी उन्नति सौऐ पोते करवानी होय छे. चारणोने पोतानी उन्नति करवी छे पण तेना माटे तप करवुं. परिश्रम उठाववो, पुरूषार्थ खेडवो नथी. ऐटले उन्नति कयां थी थाय ?
- पू.आई श्री सोनल मां
संदर्भ :- सोनल संजीवनी मांथी
*वंदे सोनल मातरम्*
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