*छंद- भुजंगप्रयात*
*नमो नार शक्ति़ नमामी नमामी*
करू लाख वंदन तुने आज नारी
त्रुठे घर उगारे रूठे नाशकारी
तुं ही मात भगिनी तनुजा व दारा
तुं सीता अहल्या तुं मीरा व तारा
तुं ही द्रौपदी रूप युद्धं रचायो
तुं ही सावित्री रूप स्वामी बचायो
धरी रूप सीता दशानन हरायो
जसोदा बनी कान धावण पिलायो
कळीकाळ माये खरी तुं गृह़िणी
विघन हर करे पार एवी तरीणी
स्वयं पर अगर हाथ कोई उगामे
उगमता हिणा हाथ चंडी तुं डामे
प्रसव पीर सहती जनम आपनारी
नमन छे हजारो तने मात मारी
करे सिद्ध चारण जुकीने सलामी
नमो नार शक्ति़ नमामी नमामी
नोंध- दारा यानी पत्नी
- *सिद्ध चारण(विरवदरका)*
मो. 9586788806
*Dedicated To All Women*
*Wish U A Very Happy Women's Day*
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें