*चाल दोस्त*
*तद्न जुठा वखाण स्वार्थी वातो*
*आज ऐ ने पडखे मुकी दइऐं*
*चाल दोस्त आज दीलथी मली लइऐं*
*आज ऐ ने पडखे मुकी दइऐं*
*चाल दोस्त आज दीलथी मली लइऐं*
*मुखोटा खोटा हास्य ना भीतर रडी लइऐं*
*तेना करता आज भीतर-बहार ऐक थइऐं*
*चाल दोस्त आज दीलथी मली लइऐं*
*तेना करता आज भीतर-बहार ऐक थइऐं*
*चाल दोस्त आज दीलथी मली लइऐं*
*पोकण वायदाओ ने खोटी अपेक्षाओ*
*मुकी दइऐं आज स्वजन थई रहीयें*
*चाल दोस्त आज दीलथी मली लइऐं*
*मुकी दइऐं आज स्वजन थई रहीयें*
*चाल दोस्त आज दीलथी मली लइऐं*
*जे शब्दोथी न व्यक्त थती होय लागणी*
*"देव" ऐवा शब्दो ने आज नेवे मुकी दइऐं*
*चाल दोस्त आज दीलथी मली लइऐं*
*"देव" ऐवा शब्दो ने आज नेवे मुकी दइऐं*
*चाल दोस्त आज दीलथी मली लइऐं*
*✍देव गढवी*
*नानाकपाया-मुंदरा*
*कच्छ*
*नानाकपाया-मुंदरा*
*कच्छ*
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