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"जय माताजी मारा आ ब्लॉगमां आपणु स्वागत छे मुलाक़ात बदल आपनो आभार "
आ ब्लोगमां चारणी साहित्यने लगती माहिती मळी रहे ते माटे नानकडो प्रयास करेल छे.

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12 जुलाई 2016

परम पुज्य आई पीठड मा

परम पुज्य आई पीठड मा

{{ पींगलशीभाइ पी पायक // मातृदर्शन }}


पोस्ट टाइप :- सामराभाइ पी गढवी, गाम मोटी खाखर (कच्छ)

आई पीठड पण जुनागढना रा नवघण पहेलानां समकालीन हतां. ए पण सौराष्ट मां ज थइ गयां. एमनो नेश हालना जामनगर अने राजकोट जिल्लाओनी सरहदे हाले पीठड गाम छे. त्यां हतो. आइ पीठडना नेशनी जग्याए ज आइना नामथी पीठड गाम वसेलुं छे. एमना पितानुं नाम सोयो बाटी. गढवी श्री सोयो बाटीनुं मूळ निवास स्थान हालना सुरेन्द्ननगर जिल्लानुं गाम बावळी. तेमने सात पुत्रीओ हतां. जेमनां नाम १ पीठड, २रखाइ, ३ कांत्रोडी ४  कणबाळ, ५ हेमश्री ६ धोघश्री  तथा ७ सुंदरी. एसाते बहेनो देवीओ तरीके पूजाय छे. तेमनामांथी आइ पीठडनां अनेक  गामोए स्थानको छे.  ज्यारे आइ रखाईनुं मंदिर जालावाडना गाम रावळियावदरमां छे. आइ कांत्रोडीनुं मंदिर कांत्रोडी गामे छे. आइ कणबाळनुं स्थानक पण एमना नामना गाम कणबाळमां छे. हेमश्री तथा आइ धोघश्रीना मंदिरो पण जालावाडमां छे. अने आइ सुंदरीनुं मंदिर सुंदरी गामे छे. नानी वयथी ज आइ पीठड घणा प्रभावशाळी अने चमत्कारी जणाएलां. पुख्त उमरनां थतां तो एमनी कीर्ति आखाए सौराष्टमां प्रसरी गएली. अने सामान्य माणसोथी मांडीने मोटा मोटा राजा महाराजाओ एमनां दर्शन करवा,  एमना आशीर्वाद प्राप्त करवा माटे आवता रहेता. जुनागढना रा नवघण पहेलाए ज्यारे पोतानी धर्म नी बहेन जाहलनी वहार करवा माटे सिंध पर चडाइ करी, त्यारे ते आइ वरवडीना आशिष मेळवीने आइ पीठडनां दर्शने आवेलो. आइ पीठडे तेनुं  सामैयुं करी उचित सत्कार करेलो. तेणे आशिषनी प्रार्थना करतां आइ पीठडे आशिष आपीने तेना लश्करने रसद वगेरे मळती रहे तेनी सारी सगवड करी आपेली अने सिंधना मार्गना भोमिया पोताना विश्र्वासु चारणोने लश्कर साथे मोकलेला. (एवी पण एक किंवदंती छे के हाकडा समुद्नना (रणना) जळने आइ पीठडे सूकवी नाखेलुं.) रा नवघण सिंध  विजय करीनेआव्या बाद तेणे आइ पीठडना नेशनी जग्याए आइ पीठडनी देरी बनाव्यानी वात पण खूब प्रसिद्ध छे. पाछळ थी रिपेर करावेली ए देरी पीठड गामे आजे पण मोजुद छे. ए स्थानकनो खूब महिमा छे. अनेक यात्राळुओ दर्शन करवा, नैवेद्य करवा त्यां आवे छे. आइ पीठडनां स्थानको बाटी शाखाना चारणो ज्यां ज्यां वसे छे त्यां सर्वे ठेकाणे छे. एमनी खूब उपासना थाय छे. एमनां अनेक काव्यो लखायां छे.

 जय मां पीठड 
 जय मां सोनल 
 जय मां मोमाय 
 जय माताजी 
चारण नी मोज ग्रुप नी मोज

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