जग नें माथे जामीयां,जे,वहमां रात्य वरक,
भाचळीयो रवि भणे,ऐनें,अळगां करीयां अरक,
हे भगवान सूर्य नारायण देव आखाय जगत उपर जे काळी अंधारी रात्य नां जे वरक (पड) चडी गया हतां तेने आपे उगमणें थी उदय थई नें अळगां कर्या छे नें साची परख करावी छे के रात्य छे ई उपर्य नुं पडळ छे जे हटी ग्या पछी जगत सोना वरणुं नें प्रकृति पुजवा लायक छे हे पामर जीवनें परी पुर्ण प्रकृत्ती नी परख करावनारा हे भगवान सूर्य नारायण देव आप ने मारा नित्य क्रम मुजब हजारो हेत वंदन हो प्रभु..... 🙏🏼🌹🙇🏻🌞🙇🏻🌹🙏🏼
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