कान आठम्यें कोडथी, रमशे राहडें रांण,
भाचळीयो रवि भणे, तैं भारे कूदतों भांण,
हे भगवान सूर्य नारायण देव परम कृपाळुं अनें भगतो नीं भेर्य करनार ऐवां श्री कृष्ण नों जन्म दिवस गोकूल अष्टमी आवती होय नें आपनें उमंग नों होय ऐवुं बनें खरुं..... अत्यार थी आप तो गोकूल अष्टमी नां रुडां तेवार नीं राह जोई रह्यां छो के क्यारे काना नों जनम दिवस आवे नें अढारेय वरण मोटे कुंडाळे पडश्ये नें ऐनीं हारे राहडे रमवां रमवां जाश्युं ऐम थनगनी रह्या छो..... भगता तारण भूदरा नों अवतरण दिवस होय नें कोनें उर मां उमंग नों होय.... तो आप पण उमंगथी रुडी राहडानीं रमझट बोलावश्यो.... हे भगवान सूर्य नारायण देव आप अती उमंगी नें उत्साही छो नें सौनें सरखे भागे सुडामडा ऐम सकळ जीव नें पंड्य नों प्रकास अरपो छो.... आपनें मारा नित्य क्रम मुजब हजारो हेत वंदन हो प्रभु... 🙏🏼🌹🙇🏻🌞🙇🏻🌹🙏🏼
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