माँ भगवती आई सोनबाई (प्रथम) माताजी
(सरकड़िया रो नेह तुलशिश्याम गिर जूनागढ़)
री स्तुति
🙏🌹🌹दूहा🌹🌹🙏
अगम निगम आगम अकथ
रति मति गति कर रूप
सर्व सतियन की शिरोमणि
भूप भूतल शिर भूप ।।1।।
कहनी स्वास् आगम कथा
ग्रह नि घट घट राण
ग्रहनी नहीं गहन गति
दहनी असुर दहीवाण ।।2।।
प्रथम जूनो उथापणी
कापणि दुःख करार
चरणी हद राणा सधु
एज "सोनल" अवतार ।।3।।
अनहद परचा आपिया
वड़े हाथ विकराळ
एक बारही नावबसे
कियो रूप कराळ ।।4।।
मासवाड़ीरा माँगिया
रोकड़ बाबी राड
गाढ़ी शक्ति गियड ते
सोनल कारियल साळ ।।5।।
जुनागढ़मे जायके
बणीयल क्रोध बम्बोळ
कड कड़ दंतड़ कड्ढियो
लड लड़ जीभड लोळ ।।6।।
सिंहणसि राणा सधु
तोहक लागो ताप
रासुलखान गरवापति
शरणे आयो आप ।।7।।
दोय कर जोड़ी विनती
ए पठ बोल्यो अम्ब
करड़ो रूप समान कर
जाडी हो जगदम्ब। ।।8।।
अंसुसमैरि आई तू
जोगणी आद जुगाद
"काग" टेर सुणीके अम्बे
"सोनल" दीजे साद ।।9।।
जय माताजी
रणजीत सौदा (टोकरा -ईडर )
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