भगतां भावे भजतां, रात्य गीयें तोंय रांण,
भाचळीयो रवि भणे, भेळों रयें नित भांण,
हे भगवान सूर्य नारायण देव आपनां भगतो जेवी रात्य आघी खहे के तरतज आपनुं पुजन अर्चन अनें भावथी भजन पुजन करवां लागे छे सदाय आपनां भगतो नों भाव पारखी नें भेळां रेज्यो काळी रात्य जेवां कळयुग नों काट नों लागी जाय ऐनीं तकेदारी राखज्यो नें संस्कारीता साथे सद् मारगे चलावज्यो ऐवीं अंतरथी प्रार्थना छे मारा नित्य क्रम मुजब आपनें मारा हजारो हेत वंदन हो प्रभु.... 🙏🏼🌹🙇🏻🌅🌞🌅🙇🏻🌹🙏🏼
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