उन शहीदों की है आज शहादत रंग लाई
जीसने प्राण त्याग के,मीट्टी की शान बचाई
बेठ्ठे होंगे स्वर्ग में आज खुशहाली वो मनायेंगे
जाग गये है शैर हमारे अब दुश्मन खैर मनायेंगे
कहीं पर मासुमों का खुन बहे ये भारत कभी नहीं चाहता
पर कुछ हैवानो को ईंन्सानियत का पाठ समज नहीं आता
✍🏻देव गढवी
नानाकपाया-मुंदरा
कच्छ
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