*आईयुं ने समर्पित*
आईयुं ने समरतां मारे हैये हाम थाये,
भेणीयाणी भेरी तो सब दु:ख दुर थाये..
आईयुं ने समरतां..
केट केटला नामे तुं भगवती पुजाये,
करणी,चांपल,मोगल,सोनल कहेवाय..
आईयुं ने समरतां..
ऊजणुं चारण कुण, माँ तुज थी दीपाये,
तुंही आवड तुंही राजल तुंज
तनोटराय.
आईयुं ने समरतां..
शब्दे वहेती सरीता नेह ममता निर भराये,
दया केरो सागर"देव"मन थी छलकाये..
आईयुं ने समरतां..
✍🏻देव गढवी
नानाकपाया-मुंदरा
कच्छ
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