*|| 68 वा गणतंत्र दिवस ||*
*||रचना- धन धन हिंदुस्तान है ||*
*|| सरळ रचना ||*
*|| कर्ता- मितेशदान गढवी(सिंहढाय्च) ||*
देश हमारा गुणवन्ती,गुणवन्ती इसकी शान है,
सरहद पर सेना सज तोरण शुरवीरो का मान है,(1)
हरा भरा रहेता है सदा,हरीयाळा धनवान है,
सोने की चिडीया कहेलाया धन धन हिंदुस्तान है,(2)
त्रिरंगा लहराया उंचा,सब देशो मे महान है,
शब्द नही मिलते केहनेको ऐसा शोर्य सम्मान है,(3)
वीर पुरुष भी अंकित इसमे,उंनका भी बलिदान है,
गढा गया इतिहास सुहाना,धन धन हिंदुस्तान है,(4)
तीन रंग मे बना तिरन्गा,ये सब की भी जान है,
सबसे उपर केसरिया जो बलिदानी का मान है,(5)
सफ़ेद शुद्धशांति कहेलाया,हरा बना खुशहाल है,
प्रति रंग का गुण सजाया,धन धन हिंदुस्तान है, (6)
परजा कइ आइ देश मे,सबकी अलग पहेचान है,
धर्मो को स्थापित कर अपने,गाया भी गुण गान है,(7)
वेदो मे बसने वाले,सब जन्मे यही भगवान है,
राम हुए और क्रिश्न हुए ये धन धन हिंदूस्तान है,(8)
वीर भगत जो शहिद हुए,उनका यह एहसान है,
आझदी दिलवायी ऐसे शौर्य पर अभिमान है,(9)
शस्त्र ससज्जी डटकर झुझा,युद्ध
किया घमशान है,
जीता हरदम दुशमन से,ये धन धन हिंदुस्तान है,(10)
वीरगती पायी है जिसने,यादे उसकी आन है,
देश सदा आगे
रहे ,ऐसा जझबा मन की ठान है,(11),
युद्ध करे वो नारी जन्मी,लक्ष्मी बाइ नाम है,
गोरे को भगाया देश से, ए,धन धन हिंदुस्तान है,(12)
मेवाडी राणा लडया हे,छत्रपति की शान है,
स्वराज कारण जंग लडी,गुंजा आसमान है,(13)
गर्वित सर उठाकर कहेदु ,देश मेरा महान है,
मंगल मीत सबसे न्यारा ,धन धन हिंदुस्तान है,(14)
*🙏------------मितेशदान(सिंहढाय्च)--------------🙏*
*68 वे गणतंत्र दिन की बहुत बहुत शुभकामनाए,*
हमारा देश पेहले से गुणवान है आगे भी रहेगा,
इस 68वे गणतंत्र दिन पर सभी से निवेदन है के देश को स्वच्छ बनाने हेतु *स्वच्छ भारत अभियान* का साथ दे ओर देश को स्वच्छ बनाने का निर्णय ले,और हमारा देश स्वच्छ्ता मे भी पुरी दुनिया मे पेहले स्थान पर हो ऐसा बनाईए,
*वन्दे मातरम*
*जय हिंद*
*भारत माता की जय*
*🙏-------कवि मीत-------🙏*
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