क्रांतिकारी बारहठ परिवार की तस्वीर का भव्य लोकार्पण दिल्ली विधानसभा में संपन्न होने के साथ एक नए संकल्प की शुरुआत हुई।
इसके साथ ही संपूर्ण देश में दिल्ली की विधानसभा पहली विधानसभा हो गई है जहां पर इन महान क्रांतिकारियों की तस्वीरें सुशोभित हुई है। आजादी के बाद उन तमाम शहीदों को वह दर्जा नहीं मिला जिनके वह हकदार थे और इनमें हमारे बारहठ परिवार का नाम लंबे समय तक गुमनामी में ही रहा ।पिछले दशकों से प्रयास रंग लाए एवं इनके भी जगह-जगह स्मारक एवं विभिन्न सड़कों के नामकरण का कार्य प्रारंभ हुआ। इन सभी में कल गणतंत्र दिवस के मौके पर यह अभुतपूर्व आयोजन ऐतिहासिक उपलब्धि माना जाएगा क्योंकि किसी विधानसभा में सरकारी तौर, पर विधिवत रूप से ,रिकॉर्ड में दर्ज होकर यह कार्य नियमानुसार कमेटी के द्वारा संपन्न हुआ। यह कार्य एक नजीर बनेगा । 2012 की रथयात्रा के दौरान से दिल्ली में क्रांतिकारी बारहठ परिवार के स्मारक की मांग की जा रही थी जिसके लिए पांच छह महीनों में प्रवीण जी कविया एवं दिलीप सिंह जी द्वारा एक बार विधानसभा में तस्वीर लगवाने के कार्य को प्राथमिकता पूर्वक संपन्न करने का निश्चय किया गया। समय-समय पर संपूर्ण प्रक्रिया से गुजरते हुए कल 26 जनवरी को यह कार्य संपन्न हुआ जिसमें राजस्थान के कई हिस्सों से महान बलिदान को स्मरण करने बंधु पधारें। क्रांतिकारी बारहठ परिवार से केसरी सिंह जी की दोहिती श्रीमती विजयलक्ष्मी जी दोहिते श्री कृष्ण कुमार जी श्रीमती निवेदिता मेहडू जी डॉ रमन देपावत विशाल सोदा शत्रुसाल सौदा व अन्य परिजनों ने इस आयोजन में उपस्थित होकर गौरव बढ़ाया।
*अस्सी वर्षीय श्रीमती विजयलक्ष्मी जी के संस्मरण व उन महान क्रांतिकारियों के संघर्षों की कई अनसुनी अप्रकाशित बातें बताई जिन्हें सुनकर सभी को गर्व महसूस हुआ। इस सौभाग्यशाली क्षण पर सभी उपस्थित बंधुओं ने करतल ध्वनि से आदरणीया विजयलक्ष्मी जी व सभी बारहठ परिवार के सदस्यों का अभिनंदन किया*। आयोजन का प्रारंभ होटल जागीर पेलेस से ही प्रारंभ हो गया था , जहां सभी बंधु उपस्थित हो कर एकत्रित हुए। सभी का सम्मान किया गया।वहां से मन्त्री जी के आवास पर राजस्थान गुजरात मध्यप्रदेश हरियाणा से पधारे बंधुओं द्वारा धन्यवाद अभिनंदन समारोह में राजेन्द्र पाल गोतम के इस विशेष प्रयास के लिए सभी बंधुओं ने फुलमालाओं से लाद दिया। तथा सभी ने मुक्तकंठ से प्रशंसा की। *यहां पर भावपूर्ण संचालन, सुत्रधार प्रवीण कविया ने सभी के स्वागत के साथ किया । अपनी ओजस्वी वाणी में आवड दान कोटड़ा ने क्रांतिकारी बारहठ परिवार के त्याग बलिदान को स्मरण करते हुए आजादी के बाद अब तक उन्हें भूला देने के लिए सरकारों को व राजनीतिक उदासीनता पर अपनी बात रखकर सभी को प्रेरित किया। *इसके बाद इस संघर्ष के प्रमुख अागेवान कैलाश सिंह जाडावत ने अपनी मधुर आवाज में बारहठ परिवार के “बलिदान को भुल गए” कविता सुनाकर सबको रोमांचित कर दिया*। *दिलिप सिंह जी एवं पुरी टीम* द्वारा मन्त्री जी का आभार व्यक्त करने व लंच के बाद सभी एकसाथ विधानसभा पहुंचे। वहां पर विधानसभा अवलोकन हुआ। तथा उस महत्वपूर्ण जगह पर बारहठ परिवार की तस्वीर स्थापित हुई उसको देख कर सभी ने प्रशन्नता व्यक्त की। विधानसभा अध्यक्ष के मुख्य द्वार के समीप प्राइम लोकेशन पर तस्वीर लगना, जो अपने आप में प्रसन्नता की बात है। इसके बाद सार्वजनिक रूप से गणतंत्र दिवस का समारोह अपार भीड़ के बीच स्वास्थ्य मंत्री माननीय श्री सत्येंद्र जैन,विधानसभा उपाध्यक्ष सुश्री राखी बिड़ला व् बहुत से विधायकगण भी उपस्थित थे स्थानीय विधायक व मंत्री विधानसभा अध्यक्ष के साथ कार्यक्रम प्रारंभ हुआ जिसमें सर्व समाज एवं आम नागरिक एकत्रित हुए। भव्य स्तर व करतल ध्वनि के बीच दिल्ली उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया व विजयलक्ष्मी जी के कर कमलों द्वारा तस्वीर का एतिहासिक, उदगाटन संपन्न हुआ । व बारहठ परिवार अमर रहे के नारों ,जय घोष से गगन गूंज उठा, सम्पूर्ण माहोल क्रांतिकारियों के रंग में रंग गया। बारहठ परिवार के लिए उद्बोधन में कैलाश सिंह जी जाडावत ने अपने शानदार गीत की प्रस्तुति से बारहठ परिवार के त्याग बलिदान को प्रस्तुत किया उसे सुनकर वहां उपस्थित बीएसएफ बेंड ने बिना कहे अपनी धुन मिलाकर उस गीत व क्षण को यादगार बना दिया। उपस्थित अतिथियों व अपार भीड़ ने करतल ध्वनि से सराहना की।
आयोजन की समय सीमा तय होने से उस वक्त उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया द्वारा बारहठ परिवार के सम्मान के साथ अमर शहीद कुंवर प्रताप सिंह बारहठ सेवा संस्थान शाहपुरा, उदयपुर, अखिल भारतीय चारण गढवी महासभा, मेवाड़ चारण महासभा, हिंगलाज सेवा समिति दिल्ली , द्वारा अभिनंदन पत्र एवं स्मृति चिन्ह प्रदान किए गए।
इसके बाद मन्त्री राजेंद्र पाल गौतम के कार्यालय में समस्त बंधुओं की उपस्थिति में आभार व्यक्त करने के लिए सभी अतिथियों एवं राजस्थान गुजरात मध्य प्रदेश से आए हुए बंधुओं को स्मृति चिन्ह प्रदान किए गए एवं मंत्री जी को क्रांतिकारी बारहठ परिवार की विशाल तस्वीर भेंट की गई।
*इस एतिहासिक आयोजन का प्रभाव आने वाले समय में हर जगह पर अपनी छाप छोड़ते हुए प्रेरित करता रहेगा*
इस आयोजन से हम प्रेरित होकर अपने अपने राज्य में भी संकल्प लेकर इस मुहिम को सफल करें ,एसा प्रण लेते हैं।
महेंद्र सिंह चारण
संपादक
चारणत्व मेगज़ीन
उदयपुर
संपादक
चारणत्व मेगज़ीन
उदयपुर
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