कच्छी नये वर्ष जी वधायुं
गजण गजे ने मोरला बोले,
मथे चमकेती विज हलो पांजे
कच्छडे आवी अषाढी बीज
मथे चमकेती विज हलो पांजे
कच्छडे आवी अषाढी बीज
कच्छी नवु वर्ष आप सौ ना जीवन मा लाभदायी, प्रेरणादायी , उन्नतीमय, प्रगतीमय तथा मंगलमय बने तथा रथयात्रा द्रारा नगरचर्या करवा निकळेल भगवान जगंन्नाथ नी आप सौ पर अविरत कृपा वरसे, एवी भगवान जगंन्नाथजी ना चरणो मा प्रार्थना
अषाढी बीज नी आप सौ ने मारा अने मारा परिवार वती खुब खुब शुभकामनाओ
कच्छी नवो वरे अषाढी बीज जी लख-लख वघाइयु
वेजांध गढवी
मोटा भाड़िया मांडवी कच्छ
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कच्छी नवा वर्ष निमिते आजे मोटो डेरो अने नानो डेरा ना स्वर मां भजनो ना ओडियो मुकेल छे.
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कच्छी नये वर्षजी "लख लख " वधायुं
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वंदे सोनल मातरम
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