*शिक्षकदिन नी शुभः कामना सह...मारुं आजनुं आ काव्यपुष्प...आप ने चरणे*
. *शिक्षक*
. *रचना:जोगीदान चडीया*
साव निखालस सरळ स्वभावी
विनयी जिवन वितावे शिक्षक
अहम वगर नुं कर्म आचरी
वर्ग खंड विकसावे शिक्षक..01
भूल करे कोई भुलकाओ तो
ताडुकी ततडावे शिक्षक
वळी पीठ पंपाळी पाछो
स्नेह भर्युं सहलावे शिक्षक..02
करवा खोटुं काज धसोतो
आडो रई अटकावे शिक्षक
मानो नई तो मजबुर थै ने
सोटडीयुं सटकावे शिक्षक..03
विना स्वारथे व्याकुळ थातो
सखत बनी सणकावे शिक्षक
भलुं वाचतो सौ नुं भोळो
सुंदर पाठ भणावे शिक्षक..04
वेर नही पण फकत वेदना
खुब बळ्ये खखडावे शिक्षक
जोगीदान भला जिवतर मां
याद घणुं ऐे आवे सिक्षक..05
अघरा मां अघरा ने एवुं
सरळ करी समजावे शिक्षक
घुंट ज्ञान नो भरी घटो घट
ज्योती पुरण जगावे शिक्षक..06
टोकी टक टक शबद टांचणे
सुंदर घाट सजावे शिक्षक
पोते थई बस पथ नो पत्थर
वाट्युं आभ वतावे शिक्षक..07
मात समी ममता मेहकावा
वालप बउ वरसावे शिक्षक
पंड्य तणुं ई करी पगथीयुं
चडीया टोच चडावे शिक्षक..08
*रचना: जोगीदान चडीया.9898360102*
शिक्षकदिन निमित्ते मारा तमाम शिक्षक गुरु ने कोटी कोटी वंदन .🙏..हुं आप सउ ने खुब याद करुं छुं...मारा पर आप नो अनन्य स्नेह रह्यो छे..जगदंबा सदैव ए स्नेह ने पात्र मने बनावी राखे एवि परमेश्वरी ने प्रार्थना....
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